नये पात्र का कहानी मे समावेश
भैरवी भी अब पल्लव से दुरी बनाके रखती थी। पल्लव भी उससे दुर ही भागता था। दोनो मे जबरदस्त लडाई हुई थी।
ये हमने पिछले भाग मे जाना था। अब आगे क्या होगा ये जानने की कोशिश करते है।
अब पल्लव का दिल खाली कमरे की तरह हो गया था। वो केवल अपने करियर पर फॉक्स करने लगा। उसने एक अच्छा विद्यार्थी बनने के गुण थे। जो वो बना भी। चमकते तारे की तरह वो एक होशियार विद्यार्थी बनकर पुरस्कृत हुआ।
आगे वो मेडिकल की एक्झाम के लिये पढाई करने लगा । उसमे भी वो सफल रहा। फिर वो अमरिका चला गया। वही उसको जॉब भी मिल गई थी। उसकी जिंदगी अच्छे से चलने लगी थी।
अमरिका मे जहा वो डॉक्टर की जॉब करता था वहा एक लडकी जो उसकी जुनियर थी वो उसे पसंद करती थी।
उसका नाम मुनिशा था। वो पल्लव के व्यक्तित्व से प्रभावित थी । उसने कई बार ये बात पल्लव को बतानेकी कोशिश भी की लेकिन पल्लव चिड जाता था और उस जगह से चला जाता था।
आगे जाकर इन दोनो का मिलन होगा या जुदाई ये तो आगे के भाग मे ही पता चलेगा । पढते रहिये मेरी ये कथा और कुछ सुझाव होतो जरुर कॉमेडी मे बताये।
Arti khamborkar
19-Dec-2024 03:53 PM
awesome
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Babita patel
16-Apr-2024 06:08 AM
Amazing
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Mohammed urooj khan
15-Apr-2024 11:50 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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